Rajasthan News: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां मेहनत-मजदूरी करने गए दलित समाज के दो सगे भाइयों को ऐसी तालिबानी सज़ा दी गई, जिसे सुनकर रूह कांप उठे. इस घटना का सोशल मीडिया पर भी वीडियो वायरल हो रहा हैं. वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. साथ ही बेटे के साथ हुई घटना पर इंसाफ की मांग की.
भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा थाना क्षेत्र के कन्या ग्राम के रहने वाले अभिषेक, विनोद भांभी और सोनू नामक युवा को आइस्क्रीम के ठेले पर काम करने के लिए छत्तीसगढ़ के कोरबा 12 फरवरी 2025 को 10 हजार के मेहनताने पर ले जाया गया था, लेकिन जब उन्होंने अपनी पहले महीने की मेहनत की मजदूरी मांगी तो मालिक ने उन पर चोरी का झूठा इल्जाम लगाकर उसके साथ मानवता की सारी हदें पार कर दी.
मजदूरी करने गए युवकों के साथ बेरहमी से मारपीट
मजदूरी करने गए अन्य युवकों के साथ ही इन तीनों युवकों को पहले अर्धनग्न किया गया, फिर पीटा गया. उसके बाद नंगे तारों से करंट तक लगाया गया. इतना ही नहीं, आरोप है कि प्राइवेट पार्ट्स पर हमले जैसी अमानवीय यातनाएं दी गईं.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा हैं जिसमें एक युवक अर्द्ध नग्न दिखाई दे रहा है और उसके सामने एक युवक हाथ में दो तार लेकर उसे टच करता है, जिससे वह चीख पड़ता हैं. वहीं एक वीडियो में एक युवक के साथ अभद्र भाषा के साथ अश्लील गालियां दी जा रही है और उसे डंडे और लात घूसों से पीटा जा रहा है. इस तरह के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें युवकों की चीखें, उनकी फरियादें सुनाई दे रही हैं.
आरोपियों ने परिजनों से जबरन वसूले 30 हजार
छत्तीसगढ़ में दोनों युवकों के साथ हैवानियत के बाद भी जी नहीं भरा तो उन्हें छोड़ने की एवज में आरोपियों ने परिजनों से 30 हजार रुपये भी जबरन वसूले और पुलिस में शिकायत ना करने की धमकी दी. वहीं साथ में मजदूरी कर रहे सोनू नाम के युवक ने ही दोनों भाइयों को वहां से निकाला और छत्तीसगढ़ से कन्या ग्राम लेकर आया और परिजनों के साथ ही ग्रामीणों को पूरी घटना की जानकारी दी.
भीलवाड़ा में सिर्फ जीरो FIR दर्ज कर मामले की अनदेखी!
भीलवाड़ा के गुलाबपुरा थाने में इस घटना को लेकर विनोद ओर अभिषेक के साथ परिजन जब शिकायत लेकर पहुंचे तो पहले पुलिस ने मामला छत्तीसगढ़ राज्य का होने के कारण दर्ज करने से इनकार कर दिया. वहीं दूसरे दिन सैकड़ों ग्रामीणों के पहुंचने और मीडिया में खबरें आने के बाद पुलिस ने छत्तीसगढ़ में घटना होना बताते हुए ‘जीरो एफआईआर’ काट दी.
ग्रामीणों ने थाने के बाहर किया प्रदर्शन
abp न्यूज के प्रतिनिधि ने जब फोन से थानाप्रभारी हनुमान सिंह से मिलने की कोशिश की तो उन्होंने बाहर होने का हवाला देते हुए मामले से कनी काट लिया. वहीं जीरो एफआईआर दर्ज होने की जानकारी जब मिली तो परिजनों के साथ आए सैकड़ों ग्रामीण आक्रोशित हो गए. ग्रामीणों ने थाने के बाहर जमकर प्रदर्शन किया ओर कार्यवाही करने की मांग करने लगे थे लेकिन थानाधिकारी थाने पर नहीं होने से ग्रामीण मौके से चले गए वही उच्च अधिकारियों से मिलने की तैयारियों में निकल गए.
आरोपियों के परिचित ने मांगी माफी
छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा हुई घटना को लेकर आरोपियों के पक्ष में से एक उसके परिचित ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर कहा, ”मेरे दोस्त के आइस्क्रीम के धंधे पर मजदूरी करने वाले विनोद ओर अभिषेक ने चोरी की थी. जिसके बाद उनके साथ मारपीट कर उन्हें करंट लगाने की जो घटना हुई हैं वो गलत है. मैं अपने दोस्त की गलती के लिए पीड़ित के परिजनों से माफी चाहता हूं.”